झारखंड बाबा धाम, साहिजनी गांव, कुंडा, प्रतापगढ़ में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर है जो श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत पवित्र और धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है। लगभग 5 एकड़ में फैले इस मंदिर में भगवान शिव की आराधना करने के लिए रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु आते हैं।
झारखंड बाबा धाम, साहिजनी गांव, कुंडा, प्रतापगढ़ में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर है जो श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत पवित्र और धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है। लगभग 5 एकड़ में फैले इस मंदिर में भगवान शिव की आराधना करने के लिए रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु आते हैं। हर साल महाशिवरात्रि और अन्य प्रमुख हिन्दू त्योहारों पर इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ होती है। मान्यता है कि यहां स्थापित शिवलिंग अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली है, और भगवान शिव की कृपा पाने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं। इस मंदिर की पवित्रता और महत्व को देखते हुए इसे एक ट्रस्ट द्वारा प्रबंधित किया जाता है, जो इसके रखरखाव और श्रद्धालुओं की सेवा के लिए समर्पित है। झारखंड बाबा धाम में आने वाले हर भक्त को भगवान शिव की दिव्य कृपा और आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है। इस स्थान की धार्मिक और आध्यात्मिक ऊर्जा श्रद्धालुओं के जीवन में सकारात्मकता और शांति का संचार करती है।
झारखंड बाबा धाम का इतिहास अति प्राचीन है। मान्यता है कि यह शिवलिंग स्वयंभू है और इस स्थान की आध्यात्मिक ऊर्जा भक्तों को शक्ति, शांति और समृद्धि का अनुभव कराती है। वर्षों से, यह मंदिर क्षेत्र के लोगों के लिए श्रद्धा और विश्वास का केंद्र रहा है। समय-समय पर इस मंदिर का जीर्णोद्धार और विस्तार हुआ है, जिससे इसका धार्मिक महत्व और अधिक बढ़ गया है।
झारखंड बाबा धाम का प्रबंधन एक समर्पित ट्रस्ट द्वारा किया जाता है, जो श्रद्धालुओं के आराम, मंदिर की पवित्रता और नियमित धार्मिक अनुष्ठानों के आयोजन में सक्रिय है। ट्रस्ट का मुख्य उद्देश्य मंदिर की ऐतिहासिकता और आध्यात्मिकता को बनाए रखना और इसे भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित करना है। ट्रस्ट के सभी सदस्य और स्वयंसेवक श्रद्धालुओं की सेवा के प्रति समर्पित हैं।
झारखंड बाबा धाम का मिशन है कि श्रद्धालुओं को शिव भक्ति में लगाकर उनके जीवन में शांति, समृद्धि और आंतरिक संतुलन लाया जा सके। हमारा उद्देश्य है कि यह स्थान आने वाले सभी भक्तों को अध्यात्म, पूजा और ध्यान में डुबो सके और उन्हें भगवान शिव की कृपा से लाभान्वित कर सके।
मंदिर का द्वार सुबह 6 बजे खुलता है और रात 8 बजे बंद होता है। श्रद्धालु इस दौरान मंदिर में प्रवेश कर भगवान शिव की आराधना और पूजा कर सकते हैं।
मंदिर में नियमित रूप से विशेष पूजा-अर्चना और अनुष्ठान का आयोजन होता है। भक्त यहां विभिन्न प्रकार के पूजा-अनुष्ठानों जैसे कि अभिषेक, रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप, और अन्य विशेष अनुष्ठानों में भाग ले सकते हैं।
साफ-सफाई का ध्यान रखें: मंदिर परिसर में स्वच्छता का ध्यान रखना सभी श्रद्धालुओं की जिम्मेदारी है।
पूजा करते समय शांति और अनुशासन का पालन करें।
मंदिर परिसर में फोटोग्राफी केवल कुछ निर्धारित स्थानों पर ही अनुमति है।
हां, मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना के बाद प्रसाद का वितरण किया जाता है।
महाशिवरात्रि पर झारखंड बाबा धाम में भव्य उत्सव का आयोजन होता है। इस दिन हजारों श्रद्धालु भगवान शिव का आशीर्वाद लेने के लिए यहां जुटते हैं। रात्रि भर चलने वाले इस कार्यक्रम में शिव अभिषेक, भजन-कीर्तन, और रात्रि जागरण का आयोजन होता है।
सुबह की आरती: सुबह 7 बजे
शाम की आरती: शाम 6 बजे
सावन का महिना: इस महीने में प्रत्येक सोमवार को विशेष शिव पूजा का आयोजन होता है।
नवरात्रि महोत्सव: नवरात्रि के दौरान देवी पूजा और भजन-कीर्तन का आयोजन होता है।
श्रावण मास के सोमवार:* श्रावण के महीने में प्रत्येक सोमवार को विशेष रुद्राभिषेक का आयोजन होता है।
श्रद्धालु मंदिर की उन्नति और रखरखाव में सहयोग कर सकते हैं। उनका सहयोग मंदिर ट्रस्ट के माध्यम से पूजा-अर्चना, सेवा कार्यों, और मंदिर के विकास कार्यों में सहायता करता है।
मंदिर में दान पेटी:* मंदिर में विभिन्न स्थानों पर दान पेटियां उपलब्ध हैं।
झारखंड बाबा धाम साहिजनी गांव, कुंडा, प्रतापगढ़ में स्थित है। निकटतम रेलवे स्टेशन कुंडा है, और सबसे नजदीकी हवाई अड्डा लखनऊ में है।
मंदिर के पास धर्मशाला, होटल, और अन्य ठहरने की सुविधाएं उपलब्ध हैं। भक्त अपने बजट और सुविधा के अनुसार इनमें ठहर सकते हैं।
पीने का पानी और प्रसाद वितरण:* मंदिर में स्वच्छ पानी और प्रसाद वितरण की सुविधा उपलब्ध है।
ध्यान और विश्राम के लिए स्थान:* भक्तों के लिए ध्यान और विश्राम हेतु अलग से स्थान भी उपलब्ध हैं।